: नवचयनित 12731 जेबीटी टीचर्स को नियुक्ति देने पर तो पंजाब एवं हरियाणा
हाईकोर्ट की स्टे है मगर उनके अंगूठा निशान और हस्ताक्षरों की जांच का काम
भी धीमी गति से चल रहा है। इस साइंटिफिक वेरिफिकेशन कार्य को पूरा कराने को
स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने विशेष बैठक बुला
फारेंसिक लैबोरेट्री मधुबन के निदेशक और अन्य अफसरों को सितंबर तक पूरा
करने के निर्देश दिए हैं। अभी तक की जांच में करीब 4500 चयनित टीचर्स के
अंगूठा निशान सही पाए गए हैं जबकि करीब 150 के निशान फर्जी पाए गए हैं। उन
पर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। बैठक में एडीजीपी लॉ एंड आर्डर
मोहम्मद अकील, अतिरिक्त निदेशक मौलिक शिक्षा डॉ. वीरेंद्र दहिया व अन्य
अफसर मौजूद थे। अगस्त, 2014 से चयनित इन जेबीटी टीचर्स को अभी तक नियुक्ति
नहीं मिल पाई है। इसका मुख्य कारण तो पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से
नियुक्ति पत्र देने पर लगी स्टे था मगर यह स्टे गत 31 मार्च को हट गई थी।
स्टे हटने के बावजूद स्कूल शिक्षा निदेशालय ने ज्यादा उत्साह नहीं दिखाया
और नियुक्ति पत्र नहीं दिए। इसी बीच मामला फिर हाईकोर्ट पहुंच गया और
हाईकोर्ट ने नियुक्ति पत्र देने पर फिर स्टे लगा दिया।
ऐसे चली प्रक्रिया
अगस्त, 2014 में इन तत्कालीन हरियाणा स्कूल शिक्षक चयन बोर्ड (अब भंग हो चुका है और यह सारा काम हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग कर रहा है) ने 9470 आवेदकों को जेबीटी को चयनित घोषित कर दिया था। इससे पहले ज्वाइनिंग होती, केंद्रीय चुनाव आयोग ने 12 सितंबर, 2014 को हरियाणा विस चुनाव घोषित कर दिए।
चुनाव के बाद 26 अक्टूबर, 2014 को भाजपा सरकार बन गई व तभी से इन टीचर्स को नियुक्ति नहीं मिल पाई है। इसी बीच, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने उन आवेदकों में से चयन सूची जारी करने के निर्देश दे दिए जिन्होंने 2013 में एचटेट पास किया था। चूंकि चयन बोर्ड भंग हो चुका था इसलिए यह चयन सूची हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने जारी की। चूंकि मूल रूप से जेबीटी के 9870 पद विज्ञापित हुए थे मगर 12731 उम्मीदवार चयनित घोषित कर दिए। इसलिए यह मामला भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सभी चयनित जेबीटी टीचर्स को नियुक्ति पत्र देने से पहले हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के दौरान उनके लगे अंगूठा निशान की साइंटिफिक वेरिफिकेशन के आदेश दे रखे हैं, इसलिए जांच कराना जरूरी हो गया था। मगर आज तक सभी चयनित जेबीटी टीचर्स की यह जांच पूरी नहीं हो पाई है। अभी तक करीब 4500 चयनित जेबीटी टीचर्स के अंगूठा निशान सही पाए गए हैं। करीब 150 के अंगूठा निशान फर्जी मिले हैं। करीब 4100 चयनित टीचर्स के अंगूठा निशान मिलान करने लायक नहीं हैं, इसलिए उनके हस्ताक्षर लेकर एफएसएल में भेजे हैं।
हां, सितंबर तक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं
"हां, मैंने इस एक मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग मे एफएसएल के अधिकारी और एडीजीपी लॉ एंड आर्डर भी थे। मैंने निर्देश दिए हैं कि हर हालत में 30 सितंबर, 2016 तक अंगूठा और हस्ताक्षर जांच पूरी कर ली जाए। करीब 4500 चयनित आवेदकों के अंगूठा निशान सही पाए गए हैं और करीब 150 फर्जी मिले हैं। नियुक्ति पर तो हाईकोर्ट का स्टे है मगर साइंटिफिक वेरिफिकेशन का काम तो पूरा होना ही चाहिए। -पीके दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा, हरियाणा
जो अंगूठा निशान बकाया हैं और जो नमूना हस्ताक्षर एफएसएल में भेजे हैं, उनका काम 30 सितंबर, 2016 तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर कुछ शेष रहे तो यह काम हर हालत में 31 दिसंबर, 2016 से पहले पूरा किया जाएगा
ऐसे चली प्रक्रिया
अगस्त, 2014 में इन तत्कालीन हरियाणा स्कूल शिक्षक चयन बोर्ड (अब भंग हो चुका है और यह सारा काम हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग कर रहा है) ने 9470 आवेदकों को जेबीटी को चयनित घोषित कर दिया था। इससे पहले ज्वाइनिंग होती, केंद्रीय चुनाव आयोग ने 12 सितंबर, 2014 को हरियाणा विस चुनाव घोषित कर दिए।
चुनाव के बाद 26 अक्टूबर, 2014 को भाजपा सरकार बन गई व तभी से इन टीचर्स को नियुक्ति नहीं मिल पाई है। इसी बीच, पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने उन आवेदकों में से चयन सूची जारी करने के निर्देश दे दिए जिन्होंने 2013 में एचटेट पास किया था। चूंकि चयन बोर्ड भंग हो चुका था इसलिए यह चयन सूची हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने जारी की। चूंकि मूल रूप से जेबीटी के 9870 पद विज्ञापित हुए थे मगर 12731 उम्मीदवार चयनित घोषित कर दिए। इसलिए यह मामला भी पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया।
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने सभी चयनित जेबीटी टीचर्स को नियुक्ति पत्र देने से पहले हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के दौरान उनके लगे अंगूठा निशान की साइंटिफिक वेरिफिकेशन के आदेश दे रखे हैं, इसलिए जांच कराना जरूरी हो गया था। मगर आज तक सभी चयनित जेबीटी टीचर्स की यह जांच पूरी नहीं हो पाई है। अभी तक करीब 4500 चयनित जेबीटी टीचर्स के अंगूठा निशान सही पाए गए हैं। करीब 150 के अंगूठा निशान फर्जी मिले हैं। करीब 4100 चयनित टीचर्स के अंगूठा निशान मिलान करने लायक नहीं हैं, इसलिए उनके हस्ताक्षर लेकर एफएसएल में भेजे हैं।
हां, सितंबर तक काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं
"हां, मैंने इस एक मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग मे एफएसएल के अधिकारी और एडीजीपी लॉ एंड आर्डर भी थे। मैंने निर्देश दिए हैं कि हर हालत में 30 सितंबर, 2016 तक अंगूठा और हस्ताक्षर जांच पूरी कर ली जाए। करीब 4500 चयनित आवेदकों के अंगूठा निशान सही पाए गए हैं और करीब 150 फर्जी मिले हैं। नियुक्ति पर तो हाईकोर्ट का स्टे है मगर साइंटिफिक वेरिफिकेशन का काम तो पूरा होना ही चाहिए। -पीके दास, अतिरिक्त मुख्य सचिव, स्कूल शिक्षा, हरियाणा
जो अंगूठा निशान बकाया हैं और जो नमूना हस्ताक्षर एफएसएल में भेजे हैं, उनका काम 30 सितंबर, 2016 तक पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। अगर कुछ शेष रहे तो यह काम हर हालत में 31 दिसंबर, 2016 से पहले पूरा किया जाएगा
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